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22 Dec 2023 · 1 min read

श्रेष्ठ भावना

श्रेष्ठ भावना
अपनी सदैव श्रेष्ठ भावना समझना,
हमेशा दुनिया का ज्ञानी समझना,
यही से उसका विकास रुकता हैं ,
यही से उसका विनाश होता हैं,
यही प्रकृति का नियम हैं ।

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