श्री गणेशा
प्रथम पूजनीय, उद्धार गजानन
मूषक आपकी शान सवारी
विघ्न विनाशक, गौरी के नंदन
सारे जगत में आपका डंका
बुद्धिदायक, गणपति गणनायक
भक्तों के आप भाग्य विधाता
एकदंत वक्रतुंड, सिद्धिविनायक
तुष्टि-पुष्टि के आप प्रदाता
विघ्नेश्वर गणेशा, शुभ मंगलकारी
दूर्वा मोदक आपको अति भाता
सृष्टि रचयिता, गजकर्णक लंबोदर
तिमिर अज्ञानता का आप हटाते
कार्तिकेय भ्रात, चतुर्भुज धारी
सबके प्रिय सबके हितकारी
संकटमोचन, सुखदाता गणनायक
करते बेड़ा पार आप गणराज
गौरीशंकर लाला, देवा जन प्यारे
महिमा आपकी जगत गाता।
– सुमन मीना (अदिति)
लेखिका एवं साहित्यकार