श्री कृष्ण अवतार
जब मचा हुआ था हां हां कार
मथुरा में अत्याचार हुआ।
अत्याचारी कंस के कारण
श्री कृष्ण का अवतार हुआ।।
अश्रुनीर से भींगी थी नारियां
उनके पति का संघार हुआ ।
निज पिता को कैद कर कंस
उग्रसेन का भी अपमान किया
धरती से पाप मिटाने को
आदि ब्रह्म अवतार लिया
तड़फ रही थी बहन देवकी
उस पर भी अत्याचार किया
लगा हथकड़ी वासुदेव देवकी
को भी कंस जेल में ठुस दिया
बढ़ गया था सीमा पाप का
भांजी भांजें का संघार किया
कंस के अत्याचार मिटाने को
आदि ब्रह्म का अवतार हुआ
भादो मास में पाख अंधेली
अर्द्ध रात्रि की बेला थी
आदि ब्रह्म जब प्रगट हुए तो
देव लोक में भी मेला थी।।
छुट गया जेल की हथकड़ी
पहरेदार सब सोया था।
धूं धूं करती थी भारी वर्षा
लीला धारी लीला हेतु रोया था
बढ़ रही थी यमुना की जलधारा
अर्द्ध रात्रि में पार किया
लीला धारी लीला रचाने
धरती में अवतार लिया
धरती से आसमान तक
चारों युग में त्योहार हुआ
धरती से पाप मिटाने को
आदि ब्रह्म का अवतार हुआ।।
डॉ विजय कुमार कन्नौजे अमोदी आरंग ज़िला रायपुर छ ग