Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jan 2024 · 1 min read

श्रीराम किसको चाहिए..?

सियासत को पूर्ण सत्ता और सब अधूरा चाहिए,
अधूरा देश और अधूरा इंसान चाहिए,
सत्ता के लिए सब आसान होना चाहिए,
मंदिर मस्जिद नहीं इनको बस अँगूठा चाहिए,

डर लगा है मिल ना जाएं राम कहीं पूर्ण रूप में,
इसलिए विभीषण के मित्र धनुर्धर राम चाहिए,
कर्तव्यपथ पर त्याग सत्ता जो हो गए वनबास के,
गेरुए वस्त्रों में लिपटे ना वो सीता, ना वो लक्ष्मण किसी को चाहिए,

एक तिहाई वोट ही काफी हैं जीतने लोकतंत्र को,
बस ऐसा ही एक तिहाई जनतंत्र हमको चाहिए,
हर सड़क, इमारत पर अपना नाम लिख दो खोदकर,
इतिहास के पन्नों में अपना नाम अमर होना चाहिए,

जो कोई कह दे, बातें कही जो प्रभु श्रीराम ने,
ऐसी हर आवाज के लिए अशोक वाटिका होनी चाहिए,
आँख, कान बंद कर बात बस मेरे मन की सुनते रहो,
हर किसी लंकेश को ऐसे ही अंधभक्त प्रेमी चाहिए,

ना किसी को राम, लक्ष्मण, ना कोई सीता माँ चाहिए,
चीर छाती जो फोटो लगा ले, ऐसा भक्त हनुमान चाहिए,
सत्ता तक पहुँच आसान हो ऐसी कोई मंथरा चाहिए,
राम जाएं वनबास को अयोध्या में ना भरत किसी को चाहिए।।
prAstya…..(प्रशांत सोलंकी)

Language: Hindi
1 Like · 255 Views
Books from सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
View all

You may also like these posts

You'll never truly understand
You'll never truly understand
पूर्वार्थ
..
..
*प्रणय*
नशा रहता है इस दर्द का।
नशा रहता है इस दर्द का।
Manisha Manjari
विजेता सूची- “फितरत” – काव्य प्रतियोगिता
विजेता सूची- “फितरत” – काव्य प्रतियोगिता
Sahityapedia
अम्बे तू गौरी
अम्बे तू गौरी
रुपेश कुमार
सच दिखाने से ना जाने क्यों कतराते हैं लोग,
सच दिखाने से ना जाने क्यों कतराते हैं लोग,
Anand Kumar
दूहौ
दूहौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
कसौठी पे अपनी
कसौठी पे अपनी
Dr fauzia Naseem shad
मनमीत
मनमीत
लक्ष्मी सिंह
वो साँसों की गर्मियाँ,
वो साँसों की गर्मियाँ,
sushil sarna
हमसफ़र
हमसफ़र
Arvina
अंतिम यात्रा पर जाती हूँ,
अंतिम यात्रा पर जाती हूँ,
Shweta Soni
हरदा अग्नि कांड
हरदा अग्नि कांड
GOVIND UIKEY
यह सावन क्यों आता है
यह सावन क्यों आता है
gurudeenverma198
नफ़्स
नफ़्स
निकेश कुमार ठाकुर
कोई बाहों में होकर भी दिल से बहुत दूर था,
कोई बाहों में होकर भी दिल से बहुत दूर था,
Ravi Betulwala
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Ghazal
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
.: विधा सयाली छंद
.: विधा सयाली छंद
पं अंजू पांडेय अश्रु
3385⚘ *पूर्णिका* ⚘
3385⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
"प्रार्थना"
Dr. Kishan tandon kranti
कोई दुख नहीं
कोई दुख नहीं
Meera Thakur
बौद्ध नैयायिक अथवा मैथिल नैयायिक
बौद्ध नैयायिक अथवा मैथिल नैयायिक
श्रीहर्ष आचार्य
#हौसले#
#हौसले#
Madhavi Srivastava
जब से देखा है तुमको
जब से देखा है तुमको
Ram Krishan Rastogi
नववर्ष
नववर्ष
कुमार अविनाश 'केसर'
*मोलभाव से बाजारूपन, रिश्तों में भी आया है (हिंदी गजल)*
*मोलभाव से बाजारूपन, रिश्तों में भी आया है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
हँसता दिखना दर्द छुपाना हां मैं तुमसे -विजय कुमार पाण्डेय
हँसता दिखना दर्द छुपाना हां मैं तुमसे -विजय कुमार पाण्डेय
Vijay kumar Pandey
*गुड़िया प्यारी राज दुलारी*
*गुड़िया प्यारी राज दुलारी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जेसे दूसरों को खुशी बांटने से खुशी मिलती है
जेसे दूसरों को खुशी बांटने से खुशी मिलती है
shabina. Naaz
Loading...