श्रीकृष्ण
योगीराज श्री कृष्ण
गीत:- ऐ मेरे कृष्ण के वंशजो सब सुनो
तर्ज:- मेरे रश्के क़मर…..
ऐ मेरे कृष्ण के वंशजो सब सुनो,
ज़ुल्म योगिराज पर न ढाया करो।
मानते जिसको भगवान हो तुम सभी,
मेरे श्रीकृष्ण को न नचाया करो।। 0 ।।
ऐ मेरे कृष्ण के……
बाप-दादा के जैसे मेरे श्याम थे,
कितने सुन्दर किये उम्र भर काम थे।
स्वांग करवा के ख़ुद अपने उस पुरखे का,
खिल्ली हरगिज़ नहीं तुम उड़ाया करो।। 1 ।।
ऐ मेरे कृष्ण के……
कितना उज्ज्वल चलन था जी घनश्याम का,
उम्र भर न किया कुछ ग़लत काम था।
देवताओं के जैसा मेरा कृष्ण था,
बोल छलिया न उसको लजाया करो।। 2 ।।
ऐ मेरे कृष्ण के……
कृष्ण ने सुन लो माखन चुराया नहीं,
छीन कर गोपियों से भी खाया नहीं।
लाखों गायों के स्वामी मेरे कृष्ण थे,
चोर उनको न हरगिज बताया करो।। 3 ।।
ऐ मेरे कृष्ण के……
नारी की अस्मिता पर हुआ क्रुद्ध था,
महाभारत के जैसा किया युद्ध था।
गोपियों के न कपड़े उठाये कभी,
न लफंगा उसे तुम बनाया करो।। 4 ।।
ऐ मेरे कृष्ण के……
धर्म रक्षा के हित कंस को मारा था,
अपना भाई शिशुपाल सँहारा था।
धर्म के ही लिए महाभारत किया,
ध्यान से उसको पढ़ व पढ़ाया करो।। 5 ।।
ऐ मेरे कृष्ण के……
एक सम्राट से चूड़ी बिकवाते हो,
धूल में उसकी इज्ज़त को मिलवाते हो।
ऐसा कहते हुए शर्म आती नहीं,
बुद्धि अपनी ज़रा तुम लगाया करो।। 6 ।।
ऐ मेरे कृष्ण के……
रास लीला नहीं गोपियों सँग करी,
कोई महिला नहीं कृष्ण ने तँग करी।
रास करवा के तुम मेरे श्री कृष्ण से,
उनको लम्पट न हरगिज़ दिखाया करो।। 7 ।।
ऐ मेरे कृष्ण के……
न हजारों थीं उनकी सहधर्मिणी,
एक पत्नि थी उनकी सिर्फ़ रुक्मिणी।
एक ही पुत्र प्रद्युम्न पैदा किया,
आप न उन पै उँगली उठाया करो।। 8 ।।
ऐ मेरे कृष्ण के……
राजनीति के पण्डित मेरे श्याम थे,
नीतियों में निपुण मेरे घनश्याम थे।
योगियों के थे राजा श्री कृष्ण जी,
उनका अपमान तुम न कराया करो।। 9 ।।
ऐ मेरे कृष्ण के……
गीता जैसा अनोखा दिया ज्ञान था,
पार्थ का कर दिया दूर अज्ञान था।
कर्म करना सिखाया श्री कृष्ण ने,
उनके सम्मान को न गिराया करो।। 10 ।।
ऐ मेरे कृष्ण के……
यज्ञ सारी उमर कृष्ण करते रहे,
भाव भक्ति के ही सिर्फ़ भरते रहे।
पाप का फल मिलेगा उन्होंने कहा,
इसलिए पाप तुम न कमाया करो।। 11 ।।
ऐ मेरे कृष्ण के……
हमको बतलाया था ऋषि दयानन्द ने,
आप्त पुरुषों के जैसे श्री कृष्ण थे।
इसलिये उनकी जय बोलने के लिये,
हाथ “रोहित” के सँग में उठाया करो।। 12 ।।
ऐ मेरे कृष्ण के……
✍️ रोहित आर्य