” शौक बड़ी चीज़ है या मजबूरी “
कोई मस्ती में अपना समय व्यतीत करता
किसी के मन भा जाती सिलाई और बुनाई
उछल कूद करे कोई तो कोई उद्दंड मचाए
कई गृहणियों की पसंद है चूल्हा और कढ़ाई,
कोई काम धंधा करे भाग दौड़ करके तो
किसी ने घर में ही अपनी दूकान जंचाई
कोई ऑनलाइन व्यापार का दीवाना है तो
किसी ने नुकड़ और चौराहे पर रेहड़ी लगाई,
कोई वीडियो गेम से अपना मनोरंजन करता
किसी ने शौक खातिर घर में जिम बनाई
किसी को भाए सारे इंडोर खेल खेलना तो
किसी ने प्रभात में उठकर मिट्टी में दौड़ लगाई,
कोई चाहे मखमली गद्दों पर मीठी नींद लेना तो
किसी ने खुले आसमान तले खटिया बिछाई
मटर पनीर भाए कोई की चटोरी जीभ को तो
किसी ने सिला पर रगड़कर लाल मिर्च बनाई,
हर जीव का अलग है शौक और मजबूरी
कोई चाहे कमाना तो कोई करना चाहे घुमाई
किसी का मन लगे व्यापार और नौकरी में
मीनू पूनिया को पसंद है खेल और पढ़ाई।
Dr.Meenu Poonia jaipur