बनारस
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
द्रवित हृदय जो भर जाए तो, नयन सलोना रो देता है
हो मेहनत सच्चे दिल से,अक्सर परिणाम बदल जाते हैं
ऐसे लहज़े में जब लिखते हो प्रीत को,
माँ कहती है खुश रहे तू हर पल
🥀 #गुरु_चरणों_की_धूल 🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
कदम बढ़े मदिरा पीने को मदिरालय द्वार खड़काया
खुद को जानने में और दूसरों को समझने में मेरी खूबसूरत जीवन मे
हवाओं के भरोसे नहीं उड़ना तुम कभी,
*वही है धन्य जीवन शुभ, बॅंधी है जिससे मर्यादा (मुक्तक)*
भारत कि गौरव गरिमा गान लिखूंगा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
-- ग़दर 2 --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
हर एक रास्ते की तकल्लुफ कौन देता है..........