शेर
“इक झलक तुझको देखें” इसी विचार में रहते है
जैसे मुरझाए फ़ूल बारिश के इंतजार में रहते है ।
– चिंतन जैन
“इक झलक तुझको देखें” इसी विचार में रहते है
जैसे मुरझाए फ़ूल बारिश के इंतजार में रहते है ।
– चिंतन जैन