शेरो ए शायरी
सफ़र थोड़ा और है बाकि
कुछ दूर और चल ले शाकी
मंज़िल दूर है तो क्या हुआ?
रास्ते में कहीं तो मिल जायेगी.
ग़मो से मत होना परेशान
असफलताओं से तुम मत घबराना
कोई ताने मारे न होना कभी तुम हैरान
संघर्ष करते रहना, जब तक जिगर में हो जाँ.
शायर- किशन कारीगर
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