“शून्य-दशमलव”
“शून्य-दशमलव”
शून्य को ऐसे-वैसे ना समझना
संख्या बाद लगे तो हीरो,
शुरू में चाहे जितना लगा लो
रह जाते जीरो के जीरो।
दशमलव शातिर बदमाश लगता
बाँटता पक्ष-विपक्ष,
इस दुनिया में गिनकर तो देखो
कितने हैं निष्पक्ष।
“शून्य-दशमलव”
शून्य को ऐसे-वैसे ना समझना
संख्या बाद लगे तो हीरो,
शुरू में चाहे जितना लगा लो
रह जाते जीरो के जीरो।
दशमलव शातिर बदमाश लगता
बाँटता पक्ष-विपक्ष,
इस दुनिया में गिनकर तो देखो
कितने हैं निष्पक्ष।