शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
किसी जीव को नर और किसी जीव को नारी तन क्यों मिलता है ? मुझे लगता है कि जब किसी जीव के सद्कर्मों से प्रभु प्रसन्न होते हैं तो उसे यह दुर्लभ तन प्राप्त होता है जिसमें श्रद्दा , सौन्दर्य , सेवा , ममत्व , वात्सल्य , श्री , लावण्य , श्रंगार , कोमलता और प्रेम जैसे
तत्व और भाव भरे होते हैं । प्रभु ने पूर्व जन्म के तपस्वियों को गोपी रूप प्रदान किया था । हैं न ?
आइये हम नारी का सम्मान करके प्रभु की कृपा प्राप्त करें ।
जय श्री राधे !
जय श्री कृष्ण !
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