शीर्षक सावन
शीर्षक:सावन
ए सावन…
चुपके से तेरा आगमन
मन मयूर नाचने को आतुर
सुहानी सी बयार औऱ पेड़ो पर पड़े झूले
तू चुपके से आई बारिश की फुहार
ए सावन…
चुपके से तेरा आगमन
आहत न कदमों की
न तेरे आने का संदेशा
पिया की याद सताए मुझे
ए सावन…
चुपके से तेरा आगमन
मेरी पायल की झंकार
नही गई अभी पिया के कान
तूने कदम धरे मैं पिया बिन बेचैन
ए सावन…
चुपके से तेरा आगमन
घुंघरुओं की झंकार सुनने तुम
चले आओ मेरे पास
ये सावन करता मेरा मजाक
ए सावन…
चुपके से तेरा आगमन
तू छीन मत मेरी मुस्कान
मेरे पिया मेरी पहचान
तू तो एक माह का मेहमान
ए सावन…
चुपके से तेरा आगमन
आएंगे पिया करीब
होगी सावन की जब भी फुहार
सूने जीवन मे भी होगी सावन की बहार
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद