Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jul 2022 · 1 min read

शीर्षक: भोले आगमन पर प्रकृति रंग

शीर्षक: भोले आगमन पर प्रकृति रंग

भोले नाथ भण्डारी की आज प्रकृति करे अगुवाई
बम बम के नारों से भोले जी भक्तों ने धूम मचाई

आसमान से आज नन्ही नन्ही बुंदिया बरसाई
सुहानी बरखा में देखो छटा निराली छाई
ऋतु आज अकुलाई सबके मन को भाई
चारो ओर धारा पर आज हरियाली आई।

भोले नाथ भण्डारी की आज प्रकृति करे अगुवाई
बम बम के नारों से भोले जी भक्तों ने धूम मचाई

धरती का रूप सजाने सुहानी ऋतु आई
कभी धूप कभी छांव मनभावन ऋतु आई
संग मिल सखियां आज घुलन को आई
आकर झूला झूली मल्हार गीत गाई

भोले नाथ भण्डारी की आज प्रकृति करे अगुवाई
बम बम के नारों से भोले जी भक्तों ने धूम मचाई

अद्भुत रूप इंद्रधनुष ने दिखलाया
मन मेरा हरषाया बहुत ही अकुलाया
रिमझिम बरखा देख सभी के मन भाया
मौसम देखो आज बरखा का आया

भोले नाथ भण्डारी की आज प्रकृति करे अगुवाई
बम बम के नारों से भोले जी भक्तों ने धूम मचाई
डॉ मंजु सैनी
गाजियाबाद

Language: Hindi
97 Views
Books from Dr Manju Saini
View all

You may also like these posts

सही बेला में वापसी
सही बेला में वापसी
पूर्वार्थ
हवन - दीपक नीलपदम्
हवन - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
*चढ़ता है अभिमान जब, करता सत्यानाश (कुंडलिया)*
*चढ़ता है अभिमान जब, करता सत्यानाश (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
उस जैसा मोती पूरे समन्दर में नही है
उस जैसा मोती पूरे समन्दर में नही है
शेखर सिंह
मनवा मन की कब सुने,
मनवा मन की कब सुने,
sushil sarna
नये साल के नये हिसाब
नये साल के नये हिसाब
Preeti Sharma Aseem
हम अपनों से न करें उम्मीद ,
हम अपनों से न करें उम्मीद ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
पितृ स्वरूपा,हे विधाता..!
पितृ स्वरूपा,हे विधाता..!
मनोज कर्ण
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
गंगा
गंगा
लक्ष्मी सिंह
भारत इकलौता ऐसा देश है जहां लड़के पहले इंजीनियर बन जाते है फ
भारत इकलौता ऐसा देश है जहां लड़के पहले इंजीनियर बन जाते है फ
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
संसार का स्वरूप(3)
संसार का स्वरूप(3)
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
स्तुति - गणपति
स्तुति - गणपति
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मन को दीपक की भांति शांत रखो,
मन को दीपक की भांति शांत रखो,
Anamika Tiwari 'annpurna '
ऐसा निराला था बचपन
ऐसा निराला था बचपन
Chitra Bisht
जितने श्री राम हमारे हैं उतने श्री राम तुम्हारे हैं।
जितने श्री राम हमारे हैं उतने श्री राम तुम्हारे हैं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
बाल कविता: मछली
बाल कविता: मछली
Rajesh Kumar Arjun
रमेशराज का ' सर्पकुण्डली राज छंद ' अनुपम + ज्ञानेंद्र साज़
रमेशराज का ' सर्पकुण्डली राज छंद ' अनुपम + ज्ञानेंद्र साज़
कवि रमेशराज
"अभाव"
Dr. Kishan tandon kranti
3306.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3306.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
#सत्यकथा
#सत्यकथा
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
प्रेम
प्रेम
Shweta Soni
जीवन हो गए
जीवन हो गए
Suryakant Dwivedi
रिश्ता ख़ामोशियों का
रिश्ता ख़ामोशियों का
Dr fauzia Naseem shad
वो ख्वाब सजाते हैं नींद में आकर ,
वो ख्वाब सजाते हैं नींद में आकर ,
Phool gufran
जय हनुमान
जय हनुमान
Sudhir srivastava
ख़ुद के प्रति कुछ कर्तव्य होने चाहिए
ख़ुद के प्रति कुछ कर्तव्य होने चाहिए
Sonam Puneet Dubey
जीवन के लक्ष्य,
जीवन के लक्ष्य,
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
जनता दरबार
जनता दरबार
Ghanshyam Poddar
इंडिया दिल में बैठ चुका है दूर नहीं कर पाओगे।
इंडिया दिल में बैठ चुका है दूर नहीं कर पाओगे।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...