शीर्षक: भोले आगमन पर प्रकृति रंग
शीर्षक: भोले आगमन पर प्रकृति रंग
भोले नाथ भण्डारी की आज प्रकृति करे अगुवाई
बम बम के नारों से भोले जी भक्तों ने धूम मचाई
आसमान से आज नन्ही नन्ही बुंदिया बरसाई
सुहानी बरखा में देखो छटा निराली छाई
ऋतु आज अकुलाई सबके मन को भाई
चारो ओर धारा पर आज हरियाली आई।
भोले नाथ भण्डारी की आज प्रकृति करे अगुवाई
बम बम के नारों से भोले जी भक्तों ने धूम मचाई
धरती का रूप सजाने सुहानी ऋतु आई
कभी धूप कभी छांव मनभावन ऋतु आई
संग मिल सखियां आज घुलन को आई
आकर झूला झूली मल्हार गीत गाई
भोले नाथ भण्डारी की आज प्रकृति करे अगुवाई
बम बम के नारों से भोले जी भक्तों ने धूम मचाई
अद्भुत रूप इंद्रधनुष ने दिखलाया
मन मेरा हरषाया बहुत ही अकुलाया
रिमझिम बरखा देख सभी के मन भाया
मौसम देखो आज बरखा का आया
भोले नाथ भण्डारी की आज प्रकृति करे अगुवाई
बम बम के नारों से भोले जी भक्तों ने धूम मचाई
डॉ मंजु सैनी
गाजियाबाद