Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Feb 2024 · 1 min read

शीर्षक – खामोशी

शीर्षक – ख़ामोशी
************
सच तो तेरी खामोशी भी कहती हैं।
सच तुम बस सच ही हमें रहते हैं
ख़ामोशी की अपनी एक अदा होती हैं।
बस बयां न जुबां आंखों से कहतीं हैं।
हां हां तेरी खामोशी की सोच होती हैं
हम तुम संग साथ साथ ही रहते हैं।
ख़ामोशी ही जीवन के सच कहती हैं।
हमारी सोच ही जीवन हम जीते हैं।
ख़ामोशी ही जीवन जीते हुए हम हैं।
न तेरी यादों की ख़ामोशी हम भूलते हैं।
जिंदगी गुज़र बसर बस हम सोचते हैं।
हां ख़ामोशी बस हमारे जीवन में रहती हैं।
**********************
नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र

Language: Hindi
148 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Shweta Soni
भजन- सपने में श्याम मेरे आया है
भजन- सपने में श्याम मेरे आया है
अरविंद भारद्वाज
*
*"ओ पथिक"*
Shashi kala vyas
राहुल की अंतरात्मा
राहुल की अंतरात्मा
Ghanshyam Poddar
संसार का स्वरूप(3)
संसार का स्वरूप(3)
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
International Chess Day
International Chess Day
Tushar Jagawat
आप देखो जो मुझे सीने  लगाओ  तभी
आप देखो जो मुझे सीने लगाओ तभी
दीपक झा रुद्रा
एक दोहा दो रूप
एक दोहा दो रूप
Suryakant Dwivedi
कौन किसी को बेवजह ,
कौन किसी को बेवजह ,
sushil sarna
अपनी मंजिल की तलाश में ,
अपनी मंजिल की तलाश में ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
परीक्षा है सर पर..!
परीक्षा है सर पर..!
भवेश
आइना फिर से जोड़ दोगे क्या..?
आइना फिर से जोड़ दोगे क्या..?
पंकज परिंदा
एक सपना देखा था
एक सपना देखा था
Vansh Agarwal
मेरी निगाह को मेरे दिल का रास्ता कह लो
मेरी निगाह को मेरे दिल का रास्ता कह लो
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मेरा भाग्य और कुदरत के रंग...... एक सच
मेरा भाग्य और कुदरत के रंग...... एक सच
Neeraj Agarwal
श्री राम जय राम।
श्री राम जय राम।
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
मैं  गुल  बना  गुलशन  बना  गुलफाम   बना
मैं गुल बना गुलशन बना गुलफाम बना
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
Top nhà cái uy tín luôn đảm bảo an toàn, bảo mật thông tin n
Top nhà cái uy tín luôn đảm bảo an toàn, bảo mật thông tin n
Topnhacai
"एहसानों के बोझ में कुछ यूं दबी है ज़िंदगी
गुमनाम 'बाबा'
"सवाल"
Dr. Kishan tandon kranti
तमीज़ और तहज़ीब यूं विरासत में मिले हैं मुझे,
तमीज़ और तहज़ीब यूं विरासत में मिले हैं मुझे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रुसवा दिल
रुसवा दिल
Akash Yadav
इतना हमने भी
इतना हमने भी
Dr fauzia Naseem shad
हँसता दिखना दर्द छुपाना हां मैं तुमसे -विजय कुमार पाण्डेय
हँसता दिखना दर्द छुपाना हां मैं तुमसे -विजय कुमार पाण्डेय
Vijay kumar Pandey
आँगन में दीवा मुरझाया
आँगन में दीवा मुरझाया
Shankar lal Dwivedi (1941-81)
सवर्ण और भगवा गोदी न्यूज चैनलों की तरह ही सवर्ण गोदी साहित्य
सवर्ण और भगवा गोदी न्यूज चैनलों की तरह ही सवर्ण गोदी साहित्य
Dr MusafiR BaithA
सफ़र ए जिंदगी
सफ़र ए जिंदगी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
स्मृति-बिम्ब उभरे नयन में....
स्मृति-बिम्ब उभरे नयन में....
डॉ.सीमा अग्रवाल
🌹 *गुरु चरणों की धूल* 🌹
🌹 *गुरु चरणों की धूल* 🌹
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
4261.💐 *पूर्णिका* 💐
4261.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Loading...