Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jun 2024 · 1 min read

शीर्षक -क्यों तुमसे है प्रेम मुझे!

शीर्षक -क्यों तुमसे है प्रेम मुझे
——————————-
मेरे जीवन में आकर कान्हा,
मुझको खुशियों से भर दिया।
अपनी मोहिनी सूरत दिखा कर,
मुझको पुजारिन बना दिया।।

में जब पलकें बंद करूँ,
तुम ही नजर आते हो।
आकर मेरी यादों में तुम,
सपने कई दिखाते हो।।

युग-युग से है प्रेम मुझे,
तेरी प्यारी सी मूर्ति से।
तुझमें ही खो जाती में,
कहती अपने दुःख तुम से।।

तेरे चरणों की रज चाहूँ,
अपनी शरण ले लो मुझे।
अपने हृदय में मुझको बसा के,
होंठों की मुरली बना लो मुझे।।

क्यों तुमसे है प्रेम मुझे —-
क्यों तुमसे है प्रेम मुझे —-

सुषमा सिंह*उर्मि,,

Language: Hindi
44 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sushma Singh
View all
You may also like:
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
जय माता दी ।
जय माता दी ।
Anil Mishra Prahari
विद्या-मन्दिर अब बाजार हो गया!
विद्या-मन्दिर अब बाजार हो गया!
Bodhisatva kastooriya
*तुलसी तुम्हें प्रणाम : कुछ दोहे*
*तुलसी तुम्हें प्रणाम : कुछ दोहे*
Ravi Prakash
झरोखों से झांकती ज़िंदगी
झरोखों से झांकती ज़िंदगी
Rachana
सताता है मुझको मेरा ही साया
सताता है मुझको मेरा ही साया
Madhuyanka Raj
3216.*पूर्णिका*
3216.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सत्य उस तीखी औषधि के समान होता है जो तुरंत तो कष्ट कारी लगती
सत्य उस तीखी औषधि के समान होता है जो तुरंत तो कष्ट कारी लगती
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
मैंने कभी भी अपने आप को इस भ्रम में नहीं रखा कि मेरी अनुपस्थ
मैंने कभी भी अपने आप को इस भ्रम में नहीं रखा कि मेरी अनुपस्थ
पूर्वार्थ
एक महिला तब ज्यादा रोती है जब उसके परिवार में कोई बाधा या फि
एक महिला तब ज्यादा रोती है जब उसके परिवार में कोई बाधा या फि
Rj Anand Prajapati
जन्म से मरन तक का सफर
जन्म से मरन तक का सफर
Vandna Thakur
नये वर्ष का आगम-निर्गम
नये वर्ष का आगम-निर्गम
Ramswaroop Dinkar
बरखा
बरखा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
नवगीत : हर बरस आता रहा मौसम का मधुमास
नवगीत : हर बरस आता रहा मौसम का मधुमास
Sushila joshi
एतमाद नहीं करते
एतमाद नहीं करते
Dr fauzia Naseem shad
"सवाल"
Dr. Kishan tandon kranti
मिलते तो बहुत है हमे भी चाहने वाले
मिलते तो बहुत है हमे भी चाहने वाले
Kumar lalit
ভালো উপদেশ
ভালো উপদেশ
Arghyadeep Chakraborty
किसान
किसान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*** शुक्रगुजार हूँ ***
*** शुक्रगुजार हूँ ***
Chunnu Lal Gupta
The stars are waiting for this adorable day.
The stars are waiting for this adorable day.
Sakshi Tripathi
हर रोज़ तुम्हारा पता पूछते उन गलियों में चला जाता हूं
हर रोज़ तुम्हारा पता पूछते उन गलियों में चला जाता हूं
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
भटक ना जाना मेरे दोस्त
भटक ना जाना मेरे दोस्त
Mangilal 713
चुप्पी और गुस्से का वर्णभेद / MUSAFIR BAITHA
चुप्पी और गुस्से का वर्णभेद / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
ऋतु बसंत
ऋतु बसंत
Karuna Goswami
हुलिये के तारीफ़ात से क्या फ़ायदा ?
हुलिये के तारीफ़ात से क्या फ़ायदा ?
ओसमणी साहू 'ओश'
होली
होली
Kanchan Khanna
तस्वीर देख कर सिहर उठा था मन, सत्य मरता रहा और झूठ मारता रहा…
तस्वीर देख कर सिहर उठा था मन, सत्य मरता रहा और झूठ मारता रहा…
Anand Kumar
#आलेख
#आलेख
*प्रणय प्रभात*
गुजार दिया जो वक्त
गुजार दिया जो वक्त
Sangeeta Beniwal
Loading...