शीर्षक:मैने देखा है
**** मैने देखा है***
मैने तुम्हें देखा है
करीब अपने अंतर्मन में
बसे हुए
मैने तुम्हे देखा है
खुली आँखों से बिल्कुल
समीप ही अपने
मैने तुम्हे सुना है
अपने ही दिल की दस्तक में
खटखटाते हुए
मैने तुम्हे देखा है
खुद में जिंदा अरसे बाद भी
छोड़ गए फिर भी
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद