शीर्षक:मेरी हिम्मत आप है पापा
शीर्षक: मेरी हिम्मत आप है पापा
है आँधियां तूफान जीवन की दौड़ में
हर पल उथलपुथल हैं जीवन की राह में
फिर भी चलती हूँ हिम्मत दी आपने
आपके बताए रास्ते चलती जा रही हूँ
क्योंकि…!
‘मेरी हिम्मत आप है पापा’
हवाओ ने रुख कर ली मेरी राह
मैने भी सामना करने की ठान ली
बदलू क्यों रास्ता ये शिक्षा न ली थी
डर कर रास्ता बदलना सिखाया न था
क्योंकि…!
मेरी हिम्मत आप है पापा
दौर तो सबका धोखा देने का चल गया
इस दौर में आपकी शिक्षा कैसे छोड़ दूँ
ठोकरों के डर से चलना क्यों छोड़ दूँ
बदल लूं रास्ता ये कैसे सोच लूँ
क्योकि…!
मेरी हिम्मत आप है पापा
फितरत मेरी आपका नाम चमकाने कीबन गई
ख्वाब देखना फिर में उन्नति का क्यो छोड़ दूं
ख़्वाब खुली आँखो में पालना छोड़ क्यों दूँ
मालूम है कि सच्चाई पर चलना कठिन है
क्योंकि…!
मेरी हिम्मत आप है पापा
माना कांटो भरा रास्ता चलना क्यो छोड़ दूं
फूल समान खुशबू फैलाना क्यो छोड़ दूं
बिटिया हूँ आपकी जितना क्यो छोड़ दूं
आसमान खुला दिखाया आपने उड़ना क्यो छोड़ दूं
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद