शीर्षक:आइने में थोड़ा मुस्कुरा दीजिए
शीर्षक:आइने में थोड़ा मुस्कुरा दीजिए
दुनिया भर में अगर कुछ सच देखना है तो
आइने में थोड़ा मुस्कुरा दीजिए
स्वयं के व्यक्तित्व से यथावत परिचय करवा दीजिए
वह है आईना, जो कभी झूठ नहीं बोला करता
आप जैसे हैं यह वैसा ही आपका बिंब
आपको दिखा देता है इसलिये ही तो दोस्तो
आइने में थोड़ा मुस्कुरा दीजिए।
दुनिया भर में अगर कुछ सच देखना है तो
आइने में थोड़ा मुस्कुरा दीजिए
वक़्त के बदलते चेहरों को भी दिखाता हैं आइना
वक्त के हर उन बदलावों का गवाह होता है आईना जो प्रतिबिम्बित होते हैं वही सच बोलता आइना
इन्हीं ख़ूबियों पर बलिहारी जाऊं मैं तुमपर आइना
आइने में थोड़ा मुस्कुरा दीजिए।
दुनिया भर में अगर कुछ सच देखना है तो
आइने में थोड़ा मुस्कुरा दीजिए
लिखे शायरों ने बहुत से कलाम तुम पर आइना
ज़ंग भी नही लगता यही कहते शायरी में आइना
अब मैं कैसी लगती हूँ तू ही सच बोलता है आइना
सब को खूबसूरती पर कितना ग़ुरूर था आइना
आइने में थोड़ा मुस्कुरा दीजिए।
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद