शिवशक्ति
आओ भक्तों साथ हमारे।
चलो चलें सब शिव के द्वारे।।
हम भक्तों को शिव हैं प्यारे।
जोर से करो शिव जयकारे।।
शिव को हम सब आज मनाएं।
उनका अद्भुत दर्शन पाएं।।
डाले शिव बाघंबरी छाला।
अंग भभूती नाग विशाला।।
माँ शक्ति के संग बिराजे।
माथे शिव के चंदा साजे।।
नंदी शिव के बने सवारी।
सर्प गले में विषधर भारी।।
हम सब शिव शरणागत होयें।
उन्हीं से अपना दुखड़ा रोयें।
शिव ही हैं दुखियों के स्वामी।
शिव भोले हैं अंतर्यामी।।
शिव ही बेड़ा पार करेंगे।
भक्तों का उद्धार करेंगे।।
आओ शिव को शीष झुकाएं।
नाचें गाएं खुशी मनाएं।।
सुधीर श्रीवास्तव