शिल्पकार
हे मेरे शिल्पकार ,,,,,,,
मैं हूँ तेरी रचना
तू मेरा शिल्पकार
मैं हूँ तेरे समर्पित
ढाल दे जैसे है ढालना
दुख तो तुझे भी होता होगा
मुझ पर हथौडा जब चलता होगा
यह भी आवश्यक है मेरे शिल्पकार
नहीं तो कैसे बन पाऊंगी तेरे अनुसार
बहुत कुछ सहना पड़ता है
अपने आप को निखारने के लिए
तेरे उन अहसासो को समझती हूँ
जब तू मुझ (अपनी )पर करता होगा वार
बिन इसके न होगा पूरा
तेरा मेरा सपना साकार
हे शिल्पकार तू मेरा ,मैं तेरी ,,,,,,
हे शिल्पकार ,,,,,,,,,,