शिक्षा
शीर्षक – शिक्षा
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सच तो शिक्षा जीवन की किताब है।
शिक्षा ही तो हम सबकी जिंदगी है।
शिक्षा न तुम बस हमसफ़र हैं।सच और सही शिक्षा का मन भाव है।
बस हम सभी की सोच शिक्षा किताब हैं।
हर पन्ने पर पर तो शब्दों के भाव लिखें है।
आज हम अपनी शिक्षा के साथ रहते हैं।
शिक्षा उम्मीद और आशाओं के साथ हैं।
आज की शिक्षा तो कल हमारे साथ हैं।
हमारे तुम्हारे जीवन के शिक्षा साथ हैं।
हां सोच तो यही हमारी शिक्षा किताब हैं।
समय और समाज के शिक्षा साथ हैं।
शिक्षा ही तो जिंदगी की किताब हैं।
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नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र