शिक्षा ही जीवन है
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शिक्षा ही जीवन है
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शिक्षा ही जीवन है ,जीवन ही शिक्षा है,
आईना ही दर्पण है,दर्पण ही आईना है।
जीवन ही मृत्यु है ,मृत्यु ही जीवन है,
कर्म ही फल है ,फल ही कर्म है।
ख्वाब ही हकीक़त है ,हकीक़त ही ख्वाब है,
आम ही ख़ास है ,ख़ास ही आम है।
अहम ही वहम है, वहम ही अहम है।
मुझ में तू है “शमा “यकीनन तुम में हम हैं।
शमा परवीन बहराइच उत्तर प्रदेश