*शिक्षा-क्षेत्र की अग्रणी व्यक्तित्व शोभा नंदा जी : शत शत नमन*
शिक्षा-क्षेत्र की अग्रणी व्यक्तित्व शोभा नंदा जी : शत शत नमन
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शोभा नंदा जी (3 मार्च 1951 – 11 दिसंबर 2021) नहीं रहीं। युवावस्था के प्रभात में डिग्री कॉलेज में प्रोफेसर बन जाना किसी का भी एक बड़ा सपना हो सकता था और इसका सच हो जाना एक बड़ी उपलब्धि ।
लेकिन कुछ लोग लीक पर नहीं चलते। वह अपने जीवन में कुछ नया कर गुजरने के लिए ही बने होते हैं । उन्हें बनी-बनाई पगडंडियों पर चलना स्वीकार नहीं होता । वह अपने रास्ते खुद बनाते हैं । शोभा नंदा जी एक ऐसी ही अद्भुत जीवनी-शक्ति से भरी हुई कर्मशील महिला थीं।
1977 में जब मैंने राजकीय रजा स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बी.एससी. में प्रवेश लिया ,तब शोभा नंदा जी से पढ़ने का सौभाग्य मिला । शांत तथा सौम्य व्यक्तित्व की धनी ,कम बोलने वालीं तथा हल्की आवाज में अपनी बात कहने की उनकी आदत थी । बहुत हल्की-सी मंद मुस्कान उनके चेहरे पर उस समय बराबर दिखती थी। विषय में निपुण थीं। कक्षा में व्याख्यान देते समय उन्हें कभी किसी हिचकिचाहट में उलझते हुए मैंने नहीं देखा ।
फिर कुछ नया कर गुजरने के लिए उन्होंने रामपुर में शिक्षा के क्षेत्र में एक उच्च स्तरीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय खोलने की परिकल्पना की तथा अपने परिश्रम और उर्वरा मस्तिष्क के साथ इसे साकार कर दिखाया । उन्होंने यह साबित कर दिया कि महत्व नई लकीर खींचने और उसे चमकीला बनाने में होता है और एक ऐसी छाप छोड़ देने में होता है जो मन और मस्तिष्क से कभी ओझल न हो पाए ।
शोभा नंदा जी रामपुर के शिक्षा परिदृश्य में व्हाइट हाल पब्लिक स्कूल जैसी अग्रणी शिक्षा संस्था को स्थापित कर सकीं, यह एक बड़ी उपलब्धि थी । सौभाग्य से उन्हें डॉक्टर सौरभ गुप्ता तथा श्रीमती बसंत गुप्ता जी जैसी मनोनुकूल प्रतिभाएं सहयोगी के रूप में मिलीं और कार्य दुगनी गति से वह आगे बढ़ा सकीं। शोभा नंदा जी की पावन स्मृति को शत-शत प्रणाम।
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रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा ,रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451