शिक्षक दिवस
जीवन के अंधकार मिटाता है
वही सच्चा गुरु कहलाता है
शब्दो का भंडार रखता है
जगमगाता संसार रखता है
गुरु के चरण में जगह बनाएं
सलाहियत का अंबार रखता है
ज्ञान का दीपक जलाता है
वही सच्चा गुरु कहलाता है ।
गुरु दर्शन कराए भगवान का
दुःख दर्द की समझ आवाम का
और दुखों से उबरने की हिम्मत
कमाने से रोकता है हराम का
ज्ञान की गंगा से नहलाता है
वही सच्चा गुरु कहलाता है ।
प्रेरित करें आगे बढ़ने को
कठिन चढ़ाई चढ़ने को
ना कदम डगमगाये कभी
हर परिस्थिति में अड़ने को
न्याय का परचम लहराता है
वही सच्चा गुरु कहलाता है
नूर फातिमा खातून “नूरी”
जिला- कुशीनगर
उत्तर प्रदेश
मौलिक स्वरचित