शिक्षक दिवस (गीत)
शिक्षक दिवस
गुरू हम पर कृपा करना {2}
गुरू हम पर दया करना।
अपनी ज्ञान पुंजों से तुम,
सदा शिक्षा का प्रसार करना।
दूर हो अज्ञानता का अंधेरा
ऐसा हम पर प्रभा करना।
चमकू सितारों की भांति,
मन का विकार दूर करना।
ईर्ष्या, द्वेष से रहे दूर हम,
ऐसा ज्ञान प्रदान करना।।
गुरू हम पर कृपा करना {2}
गुरू हम पर दया करना। ।
सदा सच का दामन थाम चलूँ,
हममें ऐसा हौसला प्रबल करना।
बनूँ दीन हीन सभी का सहारा,
ऐसा ज्ञान बूंद का वर्षा करना।।
देखों कैसे भटक रहा है,
पी.एचडी, बी. काॅम,बी.टेक धारी।
हम हैं केवल बीए, बीएससी,
कौन समझे, हमारी लाचारी।
गुरू हम पर कृपा करना ।{2}
गुरू हम पर दया करना ।।
कोई भी हमारी नौकरी लगाओं,
इस बेरोजगारी से हमें बचाओं।
ये कैसी मुसीबत है गुरू भारी,
अब लगा दो नौकरी गैर या सरकारी।।
ऐसा इल्म गुरु दे दो हमें,
खुद रोजगार दे सकूं ओरों को।
बेरोजगार ना रहे हम,
बस ये आखिरी ऊपकार करना।।
गुरू हम पर कृपा करना ।{2}
गुरू हम पर दया करना ।।
कुंदन कुंज
पूर्णिया, बिहार
6201665486