Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Aug 2024 · 1 min read

शायर का मिजाज तो अंगारा होना चाहिए था

शायर का मिजाज तो अंगारा होना चाहिए था
और उसकी शायरी को तो शरारा होना चाहिए था

ये जो लड़की अदाएं दिखा रही है सिर पर ईंटें उठाएं हुए
असल मे इस लड़की को तो अदाकारा होना चाहिए था

जिस कली को फूल बनने के पहले ही तोड़ा गया हो
ऐ मेरे परमात्मा उसका जन्म तो दोबारा होना चाहिए था

अपनी गरीबी का मजाक बना रही है उड़ने का सपना देखकर
इस लड़की की किस्मत में तो एक सितारा होना चाहिए था

अब मेरे एहसास किसी समंदर कि तरह हो गए हैं
मगर इसमें तो एक किनारा होना चाहिए था

जब बहुत जरुरत थी छांव कि तभी वह पेड़ उखड़ गया
बुढ़ापे में तो बच्चों को मां-बाप का सहारा होना चाहिए था

मैं जानता हूं तुम क्या सोच रहे हो साकी
ये सारा मयखाना तो तुम्हारा होना चाहिए था

हमने कई वर्षों तक तनहा रातें गुजारी हैं
नुर-ए-मुहब्बत पर पहला हक तो हमारा होना चाहिए था

36 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Harinarayan Tanha
View all
You may also like:
समझ ना आया
समझ ना आया
Dinesh Kumar Gangwar
*गॉंधी जी मानवतावादी, गॉंधी जी के उर में खादी (राधेश्यामी छं
*गॉंधी जी मानवतावादी, गॉंधी जी के उर में खादी (राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
अतीत कि आवाज
अतीत कि आवाज
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
प्रकृति के स्वरूप
प्रकृति के स्वरूप
डॉ० रोहित कौशिक
पति पत्नी पर हास्य व्यंग
पति पत्नी पर हास्य व्यंग
Ram Krishan Rastogi
"यादें और मैं"
Neeraj kumar Soni
23/157.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/157.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"घूंघट नारी की आजादी पर वह पहरा है जिसमे पुरुष खुद को सहज मह
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
"एक ख्वाब टुटा था"
Lohit Tamta
#सनातन_सत्य-
#सनातन_सत्य-
*प्रणय प्रभात*
भीगी बाला से हुआ,
भीगी बाला से हुआ,
sushil sarna
किताब
किताब
Sûrëkhâ
दीवाली
दीवाली
Mukesh Kumar Sonkar
"भुला ना सके"
Dr. Kishan tandon kranti
नई शुरावत नई कहानियां बन जाएगी
नई शुरावत नई कहानियां बन जाएगी
पूर्वार्थ
लू गर्मी में चलना, आफ़त लगता है।
लू गर्मी में चलना, आफ़त लगता है।
सत्य कुमार प्रेमी
तुम्हारी चाय
तुम्हारी चाय
Dr. Rajeev Jain
नन्हें बच्चे को जब देखा
नन्हें बच्चे को जब देखा
Sushmita Singh
नारी और चुप्पी
नारी और चुप्पी
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
कहीं फूलों की बारिश है कहीं पत्थर बरसते हैं
कहीं फूलों की बारिश है कहीं पत्थर बरसते हैं
Phool gufran
रपटा घाट मंडला
रपटा घाट मंडला
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में
बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
खेल जगत का सूर्य
खेल जगत का सूर्य
आकाश महेशपुरी
पहला खत
पहला खत
Mamta Rani
मेरे रहबर मेरे मालिक
मेरे रहबर मेरे मालिक
gurudeenverma198
शब्द बहुत शक्तिशाली होते है हालांकि शब्दो के दाँत नही होते ल
शब्द बहुत शक्तिशाली होते है हालांकि शब्दो के दाँत नही होते ल
Ashwini sharma
बिटिया
बिटिया
Mukta Rashmi
मुझे नहीं मिला
मुझे नहीं मिला
Ranjeet kumar patre
आप क्या समझते है जनाब
आप क्या समझते है जनाब
शेखर सिंह
कुछ काम करो , कुछ काम करो
कुछ काम करो , कुछ काम करो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...