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23 Sep 2023 · 1 min read

शायरी

अमन तहज़ीब के परचम को हम ईमान कहते हैं।
मौहब्बत जिनमें बस्ती है उसे इंसान कहते हैं।
यहां कुरआन और गीता को सब मिलके पढ़ते हैं।
इसी रब्बे इलाही को हम हिन्दुस्तान कहते हैं।।

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