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6 Jul 2021 · 1 min read

शायरी

बड़ी नजाकत से सजाया है हमने अपने “गमों” का शहर…
सुना है “खुशियों” में अक्सर नजर लग जाती है।
“श्रीहर्ष”

5 Likes · 266 Views
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