!! शायद ऐसा ही होगा तेरे साथ !!
ओ लाहोर, क्यूं नहीं आता है अपनी हरकतों से बाज
जब की जानता है, भारत में पैदा होते हैं जांबाज
बस बंदिशों में बंधे हैं यह सारे वीर जवान
नहीं तो अब तक मिटटी में मिला देते यह हुनरबाज !!
सब जानते हैं कि तू तो है दुनिया का बड़ा कत्लेबाज
जबकि कई कई बार तू देख चुका हमारा भी आगाज
किसी समन्दर को नहीं लांघना है हम सब को
तेरे घर के भीतर घुस के करेंगे अनगिनत वार ही वार !!
अजीत