शान तिरंगा
ये जो तिरंगा लहरा रहा है इसमें,
सारे वीरों के दिल धड़क रहे हैं।
ये जो आज़ादी से भरा नज़ारा है,
यह भव्य शौर्य की गाथा है।
वहां उनके घर तक बरबाद हो गए,
इसलिए हम आज आज़ाद हैं।
मिट्टी में रक्त से झंडे को जकड़ गए वो,
इसीलिए देश आज आबाद है।
औरों के तो बस देश ही होंगे
पर अपनी तो ‘भारत माता’ है।।
तिरंगा यूँ ही फहराता रखेंगे,
जो देश के गौरव को दर्शाता है।
© अभिषेक पाण्डेय अभि