#कुंडलिया//देश-प्रेम
दिवस शहीदी पर करें , मिलके उन्हें सलाम।
हार गए जो जान भी , देश-प्रेम के नाम।।
देश-प्रेम के नाम , साँस सुख की हम लेते।
खुलकर करते तर्क , लिए मोहब्बत जीते।
सुन प्रीतम की बात , तोड़ना मत उम्मीदी।
वैसा रखना देश , जो चाहें थे शहीदी।
#आर.एस. ‘प्रीतम’