शहादत
“शहादत”
मौलिक रचना
???????
वतन के लिए मर मिटे जो वीर,
वो हमेशा याद आयेंगे।
शहीदों की शहादत को,
कभी न भूल पायेंगे।।
??????
शहीद होकर शहादत को पाया है,
सरहद का सेहरा बचाया है।
विजय लक्ष्य नारा तुम्हारा था,
फ़र्ज़ निभा मौत को गले लगाया है।।
???????
???????
तेरी हर निशानी याद रखेंगे हम,
हर वर्ष नहीं- हर क्षण।
हर वीर की शहादत गहरी रहेगी अंतर्मन,
बहादुर वीरो तुम्हारी शहादत को कोटि- कोटि नमन।।
??????
अरुणा डोगरा शर्मा,
मोहाली।