अरविंद पासवान की कविताओं में दलित अनुभूति// आनंद प्रवीण
तुम आये हो तो बहारों ने मुझे घेर लिया ,
🚩🚩 "पं बृजेश कुमार नायक" का परिचय
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
*रामलला त्रेता में जन्में, पूर्ण ब्रह्म अवतार हैं (हिंदी गजल
सर्दियों का मौसम - खुशगवार नहीं है
बहराइच की घटना पर मिली प्रतिक्रियाओं से लग रहा है कि लोहिया
पल परिवर्तन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
औरत को बनाया तूने बहुत सोच-समझकर,
शादी वो पिंजरा है जहा पंख कतरने की जरूरत नहीं होती
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मास्टर जी का चमत्कारी डंडा🙏
रोटी का कद्र वहां है जहां भूख बहुत ज्यादा है ll
इंतज़ार के दिन लम्बे हैं मगर