शरद पूर्णिमा
शरद पूर्णिमा
अश्विन मास शुक्ल पक्ष शरद पूर्णिमा,
कोजागरी , कौमुदी , रास महोत्सव मनाना ।
गौ , क्षीर , खीर चन्द्रप्रभा रश्मि अमृत मिलना ।।
षोडश कलाओं युक्त औषधीश ,
कलाधर चंद्रकला अमृतयुक्त ।
अस्थमा व्याधियों करना मुक्त ।।
ऋतु आनंद उत्सव रचती हैं ।
प्रकृति हर्ष उल्लास का रास मनाती हैं ।
मध्य चरण माँ लक्ष्मी विचरण करती ।
जाग रहा उसे आरोग्यदायक तन-मन-धन देती ।।