Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 May 2023 · 1 min read

शरद निशा

आज शरद निशा की चांदनी की छटा निराली है।
धरती की सुंदरता हृदय को भाने वाली है।

स्वच्छ – निर्मल नभ मंडल में,
तारे उज्जवल चमक रहे हैं
झिलमिल करते श्याम निशा में,
सहस्त्र दीपक जल रहे हैं।
धरा ने मानो श्याम वर्ण की,
पहनी साड़ी है।
जिसमें सितारों की जड़ी की,
छटा निराली है।
आज शरद निशा की चांदनी की छटा निराली है।
धरती की सुंदरता हृदय को भाने वाली है।

गगन महल में इन्दु की,
लगी हुई है महासभा।
सप्त ऋषि सब मंत्री गण हैं,
तारे प्रजा गण की उपमा।
निरख रही है वसुंधरा भी,
सभा निराली है।
किस प्रकरण के कारण यह,
सभा लगाई है ‌।
आज शरद निशा की चांदनी की छटा निराली है।
धरती की सुंदरत हृदय को भाने वाली है।

शरद की विवाह रात निशा में,
इन्दु वर सम लग रहा है।
झिंगुर शहनाई बजा रहे हैं,
परिवेश भी सज रहा है।
प्रकाश पुंज ले बारात चली,
तारे बाराती है।
दीप तारे या तारे दीप है,
भ्रम की जाली है।
आज शरद निशा की चांदनी की छटा निराली है।
धरती की सुंदरता हृदय को भाने वाली है।

अलंकार- उपमा, उत्प्रेक्षा, रूपक, अनुप्रास, भ्रान्तिमान

-विष्णु प्रसाद ‘पाँचोटिया’

्््््््््््््््््््््््््््््््््््््

Language: Hindi
Tag: गीत
269 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बारिश में नहा कर
बारिश में नहा कर
A🇨🇭maanush
कैसे निभाऍं उस से, कैसे करें गुज़ारा।
कैसे निभाऍं उस से, कैसे करें गुज़ारा।
सत्य कुमार प्रेमी
जिंदगी की उड़ान
जिंदगी की उड़ान
Kanchan verma
पितृ दिवस ( father's day)
पितृ दिवस ( father's day)
Suryakant Dwivedi
करुंगा अब मैं वही, मुझको पसंद जो होगा
करुंगा अब मैं वही, मुझको पसंद जो होगा
gurudeenverma198
जो मिला ही नहीं
जो मिला ही नहीं
Dr. Rajeev Jain
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
टूट जाता कमजोर, लड़ता है हिम्मतवाला
टूट जाता कमजोर, लड़ता है हिम्मतवाला
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
आज का चयनित छंद
आज का चयनित छंद"रोला"अर्ध सम मात्रिक
rekha mohan
आनन ग्रंथ (फेसबुक)
आनन ग्रंथ (फेसबुक)
Indu Singh
तुम ही रहते सदा ख्यालों में
तुम ही रहते सदा ख्यालों में
Dr Archana Gupta
यह कौन सी तहजीब है, है कौन सी अदा
यह कौन सी तहजीब है, है कौन सी अदा
VINOD CHAUHAN
बेवफाई से मिली तन्हाई
बेवफाई से मिली तन्हाई
Krishna Manshi
डॉ. अम्बेडकर ने ऐसे लड़ा प्रथम चुनाव
डॉ. अम्बेडकर ने ऐसे लड़ा प्रथम चुनाव
कवि रमेशराज
"पतझड़"
Dr. Kishan tandon kranti
*ख़ुशी की बछिया* ( 15 of 25 )
*ख़ुशी की बछिया* ( 15 of 25 )
Kshma Urmila
" प्यार के रंग" (मुक्तक छंद काव्य)
Pushpraj Anant
शब्द-वीणा ( समीक्षा)
शब्द-वीणा ( समीक्षा)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
हिंदी दोहे विषय- मंगल
हिंदी दोहे विषय- मंगल
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
🙏 * गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏 * गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
Acrostic Poem- Human Values
Acrostic Poem- Human Values
jayanth kaweeshwar
सुना है सपनों की हाट लगी है , चलो कोई उम्मीद खरीदें,
सुना है सपनों की हाट लगी है , चलो कोई उम्मीद खरीदें,
Manju sagar
बहुत दिनों के बाद दिल को फिर सुकून मिला।
बहुत दिनों के बाद दिल को फिर सुकून मिला।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
*सूने घर में बूढ़े-बुढ़िया, खिसियाकर रह जाते हैं (हिंदी गजल/
*सूने घर में बूढ़े-बुढ़िया, खिसियाकर रह जाते हैं (हिंदी गजल/
Ravi Prakash
अपने सपनों के लिए
अपने सपनों के लिए
हिमांशु Kulshrestha
माता रानी दर्श का
माता रानी दर्श का
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
बहुत कुछ अरमान थे दिल में हमारे ।
बहुत कुछ अरमान थे दिल में हमारे ।
Rajesh vyas
सांसें स्याही, धड़कनें कलम की साज बन गई,
सांसें स्याही, धड़कनें कलम की साज बन गई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
#शुभ_दीपोत्सव
#शुभ_दीपोत्सव
*प्रणय प्रभात*
देह से देह का मिलन दो को एक नहीं बनाता है
देह से देह का मिलन दो को एक नहीं बनाता है
Pramila sultan
Loading...