शब्द अनमोल मोती
#शब्द अनमोल मोती
कागज पर बिखरे मेरे।
शब्दों के अनमोल मोती।।
थी मन में मेरे आई बाहर।
जो अंदर कल्पना थी।।
समुद्र गहराइयों में खोज।
मुश्किल से मिले मोती।।
सोच इन्सानीं मंथन।
पिरोये शब्द अनमोल मोती ।।
मन के भावों को अधर से।
कलम की जुबान कहती।।
बिखरी दुनिया की बातें।
पढो शब्द अनमोल मोती।।
लेखक के लेख कथा कहानी।
गीत कवि की कविता कहती।।
ज्ञान का ज्योति प्रकाश फैला।
अनमोल अल्फाज़ है मोती।।
अनमोल है शब्द मोती………..
अनमोल है शब्द मोती………..
स्वरचित सर्वाधिकार सुरक्षित
कृष्णा वाघमारे, जालना, महाराष्ट्र
स्वरचित मौलिक अप्रकाशित
कृष्णा वाघमारे, जालना, महाराष्ट्र.