Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Mar 2018 · 1 min read

शब्दो की माला

में अक्सर कहानियो व कविताओं की माला में शब्दों को पिरो लिया करता ।
कही ये टूट कर बिखर ना जाये इस ख़्याल से भी बहुत डरता हूँ ।
शब्दो को बुनने का बहखुबी हुनर है मुझमें ।
बस बिखरे हुए शब्दों को समेटने से जिझकता हु।
बहुत कुछ छुपा हुआ होता है अधूरे टूटे हुए शब्दों में । बस इक इसी ख़याल से भी खुद टूट जाता हूं ।
खुद कलम भी साथ नही देती मेरे इन हाथो का ।
जब बिखरे हुए । अल्फाज़ो को किसी कागज़ पर उतारने लगता हूँ । इसीलिए
कही ये टूट कर बिखर ना जाये इस ख़याल से भी डरता हूँ ।

Language: Hindi
1 Like · 325 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*मौका मिले मित्र जिस क्षण भी, निज अभिनंदन करवा लो (हास्य मुक
*मौका मिले मित्र जिस क्षण भी, निज अभिनंदन करवा लो (हास्य मुक
Ravi Prakash
हो रही है ये इनायतें,फिर बावफा कौन है।
हो रही है ये इनायतें,फिर बावफा कौन है।
पूर्वार्थ
■ आज का शेर-
■ आज का शेर-
*प्रणय प्रभात*
आप और हम जीवन के सच
आप और हम जीवन के सच
Neeraj Agarwal
कहानी हर दिल की
कहानी हर दिल की
Surinder blackpen
(16) आज़ादी पर
(16) आज़ादी पर
Kishore Nigam
मिला कुछ भी नहीं खोया बहुत है
मिला कुछ भी नहीं खोया बहुत है
अरशद रसूल बदायूंनी
आइन-ए-अल्फाज
आइन-ए-अल्फाज
AJAY AMITABH SUMAN
रोज़ आकर वो मेरे ख़्वाबों में
रोज़ आकर वो मेरे ख़्वाबों में
Neelam Sharma
हौसला
हौसला
Shyam Sundar Subramanian
बदन खुशबुओं से महकाना छोड़ दे
बदन खुशबुओं से महकाना छोड़ दे
कवि दीपक बवेजा
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
3452🌷 *पूर्णिका* 🌷
3452🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
ग्रंथ
ग्रंथ
Tarkeshwari 'sudhi'
"कारोबार"
Dr. Kishan tandon kranti
जो गुजर गया
जो गुजर गया
ruby kumari
कोई हमारे लिए जब तक ही खास होता है
कोई हमारे लिए जब तक ही खास होता है
रुचि शर्मा
पत्रकार
पत्रकार
Kanchan Khanna
चलो दो हाथ एक कर ले
चलो दो हाथ एक कर ले
Sûrëkhâ
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
बचपन
बचपन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
कैसे बचेगी मानवता
कैसे बचेगी मानवता
Dr. Man Mohan Krishna
आंखें भी खोलनी पड़ती है साहब,
आंखें भी खोलनी पड़ती है साहब,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सिनेमा,मोबाइल और फैशन और बोल्ड हॉट तस्वीरों के प्रभाव से आज
सिनेमा,मोबाइल और फैशन और बोल्ड हॉट तस्वीरों के प्रभाव से आज
Rj Anand Prajapati
इक ही नहीं मुमकिन है ये के कई दफा निकले
इक ही नहीं मुमकिन है ये के कई दफा निकले
सिद्धार्थ गोरखपुरी
ज़िंदगी में गीत खुशियों के ही गाना दोस्तो
ज़िंदगी में गीत खुशियों के ही गाना दोस्तो
Dr. Alpana Suhasini
यूं ही नहीं हमने नज़र आपसे फेर ली हैं,
यूं ही नहीं हमने नज़र आपसे फेर ली हैं,
ओसमणी साहू 'ओश'
संसार का स्वरूप(3)
संसार का स्वरूप(3)
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
गुरु दक्षिणा
गुरु दक्षिणा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
डॉ भीमराव अम्बेडकर
डॉ भीमराव अम्बेडकर
नूरफातिमा खातून नूरी
Loading...