* शक्ति आराधना *
** गीतिका **
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आ गया नवरात्रि का अवसर सुपावन।
है सभी का भक्ति श्रद्धा से भरा मन।
शक्ति की आराधना का है समय यह।
हम करें दुर्गा शिवा का नित्य अर्चन।
खूब हर्षित हो गई है सब दिशाएं।
भावना भर खिल उठा हर एक आंगन।
मां भवानी साधना में मन लगाएं।
भूलकर संसार के हम स्वार्थ साधन।
वर्ष नव का पर्व पावन सब मनाएं।
सर्व हितकारी बनाएं धन्य जीवन।
झांकना हमको अगर अपने हृदय में।
है जरूरी जिन्दगी में ध्यान चिंतन।
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सुरेन्द्रपाल वैद्य, १०/०४/२०२४