#कुंडलिया//शादी
शादी करना रीत है , दो दिल का संयोग।
खिले प्रेम विश्वास से , सोचे समझें लोग।।
सोचे समझें लोग, नहीं है यह समझौता।
सुख-दुख में हो साथ , मिलन ख़्वाब यही होता।
सुन प्रीतम की बात , बढ़ें आँगन आबादी।
प्यार स्नेह मन प्रेम , लक्ष्य लिए सफल शादी।
#आर.एस. ‘प्रीतम’