व्यास जी कौंन?
पारब्रह्म परमेश्वर का जो, एक निष्ठ हो ज्ञान कराएं
वेद पुराणों और शास्त्र का, ज्ञानामृत जो पान कराएं
बिखरी हुई वृतियों को जो, भगवत चिंतन को ले जाएं
जीवनधारा करें सुव्यवस्थित, अहंकार को दूर भगाएं
शांत करें जो द्वेष की अग्नि, क्षमा नम्रता शील सजाएं
स्वार्थ संकीर्णताएं मिटाएं, निस्वार्थ और उदार बनाएं
अपनी अमृतवाणी से, कथा भागवत पान कराएं
दुख कलेश मिटाएं जीवन के, सुख शांति संतोष दिलाएं
आत्म विचार की दृष्टि से, जीवन जीने की कला सिखाएं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी