वर्ण विचार
हिंदी का है व्याकरण,
भाषा के आचार
तीन अंग है इसमें
वर्ण शब्द वाक्य विचार,
वर्ण ध्वनि का रूप है,
लिपि इसका आकार।
वर्ण अक्षर अविनाशी कहते
इसके तीन प्रकार,
स्वर ग्यारह व्यंजन तैतीस
दो है अयोगवाह।।
हृस्व दीर्घ और प्लुत स्वर
मात्रा के आधार,
जिह्वा की स्थिति पर
स्वर है तीन प्रकार।
अग्र मध्य और पश्च को
जानत है संसार।
वर्णो के सार्थक क्रम
शब्द से जाना जाय
शब्द भेद तीन हैं
रूढ यौगिक योगरूढ
जन्म के आधार पर
शब्द है पांच प्रवीन
वाक्य तीन लीजै
सरल मिश्र संयुक्त ।