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10 Mar 2024 · 1 min read

व्यस्त रहते हो

जानता हूं व्यस्त रहते हो
बताया तुमने कई बार
क्या मैं नहीं समझता
तुम्हारी ये सब उलझनें
जो तुम अचानक ही
चैट अधूरी छोड़ देते हो
या बात करते करते
कॉल क्लोज़ कर देते हो
मैं जान जाता हूं तुम्हारी
व्यग्रतायें और प्राथमिकतायें
और कभी मेरे रोकने पर
तुम जो बैचेन होकर
अपनी कलाई देखते हो
मुझे याद आ जाती हैं
तुम्हारी अति व्यस्ततायें
पर सुनो न
जब कभी मैं
इस जिंदगी से कतराऊंगा
तन्हा महसूस कर घबराऊंगा
या किसी के तंज कसने पर
फूटकर रोने लग जाऊंगा
कभी किसी
दुःस्वप्न को सोचकर
तुम्हें खो देने के भय को
जो अपने ख़्याल में लाऊंगा
तब सिर्फ़ कुछ पल के लिए
तुम समय निकाल लोगे न?
तुम आओगे न?

Language: Hindi
145 Views

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