Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jun 2024 · 1 min read

” व्यथा “

” व्यथा ”
खेतों के टुकड़े हुए
आँगन मध्य दीवार,
नीम छाँव भी बँट गई
पंचायत बीमार।

2 Likes · 2 Comments · 61 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
https://j88tut.com
https://j88tut.com
j88tut
अनमोल मोती
अनमोल मोती
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
*अच्छी बातें जो सीखी हैं, ऋषि-मुनियों की बतलाई हैं (राधेश्या
*अच्छी बातें जो सीखी हैं, ऋषि-मुनियों की बतलाई हैं (राधेश्या
Ravi Prakash
दिल जीतने की कोशिश
दिल जीतने की कोशिश
Surinder blackpen
सपने
सपने
Santosh Shrivastava
'सफलता' वह मुकाम है, जहाँ अपने गुनाहगारों को भी गले लगाने से
'सफलता' वह मुकाम है, जहाँ अपने गुनाहगारों को भी गले लगाने से
satish rathore
Being liked and loved
Being liked and loved
Chitra Bisht
मैं क्यों याद करूँ उनको
मैं क्यों याद करूँ उनको
gurudeenverma198
साँसों के संघर्ष से, देह गई जब हार ।
साँसों के संघर्ष से, देह गई जब हार ।
sushil sarna
Upon waking up, oh, what do I see?!!
Upon waking up, oh, what do I see?!!
R. H. SRIDEVI
बलिदान🩷🩷
बलिदान🩷🩷
Rituraj shivem verma
लाइफ have no script live it ।every लम्हे को
लाइफ have no script live it ।every लम्हे को
पूर्वार्थ
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गुज़रते हैं
गुज़रते हैं
हिमांशु Kulshrestha
इंसानियत
इंसानियत
Sunil Maheshwari
"चुनाव के दौरान नेता गरीबों के घर खाने ही क्यों जाते हैं, गर
गुमनाम 'बाबा'
बहशीपन की हद पार कर गया आदमी ,
बहशीपन की हद पार कर गया आदमी ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
ज़िंदगी चाहती है जाने क्या
ज़िंदगी चाहती है जाने क्या
Shweta Soni
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
पैसा अगर पास हो तो
पैसा अगर पास हो तो
शेखर सिंह
जा रहा हु...
जा रहा हु...
Ranjeet kumar patre
सहारे
सहारे
Kanchan Khanna
(कहानी)
(कहानी) "सेवाराम" लेखक -लालबहादुर चौरसिया लाल
लालबहादुर चौरसिया लाल
है गरीबी खुद ही धोखा और गरीब भी, बदल सके तो वह शहर जाता है।
है गरीबी खुद ही धोखा और गरीब भी, बदल सके तो वह शहर जाता है।
Sanjay ' शून्य'
सांकल
सांकल
Dr.Priya Soni Khare
"मनुज बलि नहीं होत है - होत समय बलवान ! भिल्लन लूटी गोपिका - वही अर्जुन वही बाण ! "
Atul "Krishn"
*हे शारदे मां*
*हे शारदे मां*
Dr. Priya Gupta
पत्नी (दोहावली)
पत्नी (दोहावली)
Subhash Singhai
2800. *पूर्णिका*
2800. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"चूहा और बिल्ली"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...