व्यंग, EVM पुराण
‘आज बहस छिड़ गई , इस बात को लेकर कि EVM हैक हो सकती है या नहीं? क्योंकि मुझे चुनाव आयोग पर पुरा भरोसा है इसलिए मै उन दोस्तों के साथ था जो यह कह रहे थे की EVM हैक नही हो सकती है | क्योंकि मेरे सारे दोस्त और मै हम सब कम्प्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग के विद्यार्थी हैं तो EVM कैसे हैक हो सकती है सब के अपने अपने विचार थे | विचार से याद दिलाना चाहूंगा के चुनाव होने के दौरान आचार संहिता नामक कुछ चीज भी लागू होती है ऐसा हमारे देश में कुछ नेताओ को चुनाव हारने के बाद पता चलता है
खैर EVM हैक करने के लिए किसी ने कहा कि हर बटन के कोड को डिफॉल्ट सेट किया जा सकता है किसी ने कहा डेटा बेस को एक ही फिल्ड स्टोरेज के लिए लॉक किया जा सकता है किसी ने कहा साफ्टवेयर को एक्सटर्नली कंट्रोल किया जा सकता है और भी इसी तरह के सुझाव बहस में शामिल होते रहे | क्योंकि सब के सब कंप्यूटर के विद्यार्थी इसीलिए सारे सुझाव कंप्यूटर की टेक्नोलॉजी पर ही थे |
‘पर तभी किसी दोस्त ने कहा , कि EVM बनाने वालों को भी तो हैक किया जा सकता है और अपने काम लायक EVM बनवाई जा सकती है | ये बहस में एक नयी बात थी और एक ऐसी बात भी जिस पर कोई कुछ कह ही नही पाया और बहस का अंत भी प्याली में चाय के अंत के साथ होगया |
मगर सोचने वाली बात तो ये है कि ये जो EVM पुराण है इसे हारने बाले दल कब तक गाते रहेंगे और आम आदमी का ध्यान आधारभूत समस्याओं से भटकाते रहेंगे कब तक आखिर कब तक जनता जबाब चाहती है |