वो हो गए सत्तासीन
चढ़कर मेरी पीठ पर, हो गए सत्तासीन
भैया हमें मत भूलना, जल्दी लेंना चीन
बटन लगे जब रेवड़ी,या मिठाई नमकीन
याद सभी को कीजिए,मोटे या तन हीन
बटन दबाकर दे दिया, जो था मेरे पास
कुर्सी तक पहुंचा दिया, लगी हुई है आस
आशा और विश्वास है, तुम दोगे मेरा साथ
जब भी मिलने आऊंगा, तुम समझोगे खास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी