वो याद हैं आज भी
सुबह सुबह घूमा करता हूँ, शायद मिल जाये वाे, आज भी ।
गलियाे में उनके पद चिन्हाे काे ढूँढा करता हूँ, आज भी ।।
उनकी मोहब्बत अब भी जिंदा है, इस सीने में ।
थाेडी सी खुशियाँ अब भी शेष है, इक काेने में।। आज भी ।।
पहली किरण के साथ ही बेचेन हाे जाते है, पाने काे उसकी एक झलक ।
तस्वीर उसकी निहारा करते है,बिना झपकाये पलक ।।।आज भी ।।
उसके घर के सामने से निकलते ही, सांसे थम जाती हैं ।
उनकी याद में आंख, नम हाे जाती है ।। आज भी ।।।
हम इंतजार कर रहे है, उनकी वरमाला का , आज भी ।
वाे किसी आेर के गले की माला है, आज भी ।।
हमारी चाहत कम नही है,पर वाे घातक है , आज भी ।
एक बूंद के प्यासे है हम, समान उस चातक के, आज भी ।।।जेपीएल ।।