वो भोली सूरत
पहले तो बहुत भोली,
मासूम लगती थी
सूरत उसकी मुझे
मन करता, देखता रहूं
वो भोली सी सूरत उसकी।।
जब से सीखा है उसने
दुनिया के ब्यूटी पार्लर में जाना
बहुत बदल रही है
ये भोली सूरत उसकी।।
दिख रहा कपट साफ
देखने का मन नहीं करता
अब उसकी सूरत
भूलने का मन करता है
अब वो सूरत उसकी।।