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2 Dec 2019 · 1 min read

वो बचपन की याद बहुत सताती है।

पीपल की छाया
ममता की साया
माँ की गोद रूलाती है
वो बचपन की याद
बहुत सताती है..

दादी की लोरी
बचपन की चोरी
हमें बहुत रूलाती है
वो बचपन की याद
बहुत सताती है..

खिलौने की माया
बचपन की काया
हमें बहुत तड़पाती है
वो बचपन की याद
बहुत सताती है..

#राजन कुमार साह

Language: Hindi
454 Views
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