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6 Nov 2022 · 1 min read

वो बचपन की बातें

मुझे जिन्दगी का, मिला क्या सिला l
कभी दिल खुशी, कभी दिल खफा ll
वादे वफा ईरादे, भूले नहीं हैं हम l
चले जिंदगी का, यूं ही सिलसिला ll
बरसात की राते, चांदनी की बाते l
गजब सितम ढा रही, भांदो की राते ll
मौसम भी हैं बदला – बदला, इरादे भी बदल गये l
बदला नहीं हैं केवल , अम्मा दादा का प्यार ll
वो बचपन की ढांटे , वो नानी की बातें l
बड़ा याद आती, वो बघर्रा की बातें ll
कभी लड़ना झगड़ना, कभी मेढक पकड़ना l
कभी देर रात तक, किस्से कहानी भी सुनना ll
मुझे जिन्दगी का, मिला क्या सिला l
कभी दिल खुशी, कभी दिल खफा।l
वादे वफा इरादे, भूले नही हैं हम l
चले जिंदगी का यूं ही सिलसिला ll
वो बचपन की ढांटे, वो नानी की बातें l

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