वो पल
ना जाने कब आयेगा वो पल
जब साथ होगा तेरा मेरा
हाथों में हाथ होगा
तारों की बारात होगी
ना जाने कब आयेगा वो पल!
बंधन जुड़े तुझ संग प्रीत लगा के
अपने छूटे! पड़ायी हुई मै
तुझ से चाहत जोड़ के
होगी शगना वाली रात
ना जाने कब आयेगा वो पल!
पूरी होगी हर चाहत मेरी
हसीं ख्वाबों की दुनिया हमारी
इस जहां से जीत कर पाया है तुझे
संग तेरे अब जीना मरना
ना जाने कब आयेगा वो पल!
ये हवाएं, ये फिजाये
देंग हमारे प्यार की मिशाल
बजेंगे ढोल और ताशे
होगा सातों जन्म का साथ
ना जाने कब आयेगा वो पल!